पिछले दो दिनों से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश और ओलावृष्टि ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बिजली गिरने और भारी बारिश के कारण रुद्रप्रयाग में भीरी के पास कुसुमगाड़ गदेरा उफान पर आ गया, जिससे जलई गांव में एक कार बह गई। गांव की अनुसूचित जाति बस्ती खतरे की जद में आ गई है और आसपास के गांवों से संपर्क पूरी तरह टूट गया है। साथ ही पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त होने से जलई गांव में पानी की आपूर्ति भी ठप हो गई है।
ओरिंग गांव को जोड़ने वाले भीरी-ओरिंग मोटर मार्ग पर बने दो पुलों के पिलर की नींव बह गई है, जिससे पुल हवा में लटक गए हैं। गांव में कई खेत मलबे की चपेट में आ गए हैं। वहीं, कालीफाट क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि से गेहूं, जौ, सरसों जैसी रबी की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। सब्जियां और फलदार पेड़ भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
गुरुवार शाम ओरिंग के जंगलों में बिजली गिरने के बाद गदेरे का जलस्तर अचानक बढ़ गया। तेज बहाव से जलई गांव की सड़कें और पैदल रास्ते बुरी तरह टूट गए। स्थानीय लोगों ने प्रशासन और आपदा कंट्रोल रूम को पूरे हालात की जानकारी दे दी है।
पूर्व ग्राम प्रधान कुलदीप सिंह ने बताया कि गांव की अनुसूचित जाति बस्ती को खतरा है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र सिंह कंडारी ने कहा कि पुलों की नींव को नुकसान पहुंचा है और कई जगहों पर मलबा घुस गया है। पेलिंग और भीरी में भी भारी नुकसान हुआ है।
क्यूंजा घाटी सहित अन्य गांवों में भी ओलावृष्टि और बारिश से हालात खराब हैं। वहीं, रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर बांसवाड़ा में पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण रास्ता करीब एक घंटे तक बंद रहा। जिला मुख्यालय समेत अन्य क्षेत्रों में भी हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है।
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