चारधाम यात्रा के दौरान सामने आ रहे फर्जी पंजीकरण के मामलों को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने एसआइटी का गठन किया है। अब एसआइटी की टीम इन सभी मामलों की जांच करेगी। इस बार चारधाम यात्रा में आनलाइन पंजीकरण को अनिवार्य किया गया है। यात्रा शुरू होने से लेकर अब तक कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें ट्रेवल एजेंट की ओर से विभिन्न राज्यों के तीर्थयात्रियों को पंजीकरण करके यात्रा पर भेजा गया।
चारधाम यात्रा के दौरान पुलिस चेकिंग में कई तीर्थयात्रियों के ऑनलाइन पंजीकरण फर्जी पाए जा रहे हैं। कई तीर्थयात्रियों ने पुलिस को बताया है कि उनका पंजीकरण उनके ट्रैवल एजेंट ने किए हैं। सभी मामलों पर पुलिस ने ट्रैवल एजेंटों और एजेंसियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए। पुलिस ने इस साल अब तक कुल 36 मुकदमे दर्ज कर चुकी है और पांच ट्रैवल एजेंट गिरफ्तार किए हैं। इन सभी मामलों की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है।
ऐसे कई पंजीकरण पुलिस की जांच में फर्जी पाए गए। जिन पर अब तक ऋषिकेश विकास नगर तथा हरिद्वार में कई मुकदमे दर्ज भी हो चुके हैं। कई ट्रेवल एजेंट की गिरफ्तारी भी की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह ने फर्जी पंजीकरण के मामलों की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण लोकजीत सिंह की अध्यक्षता में एसआइटी का गठन किया है। जिसमें पुलिस क्षेत्र अधिकारी ऋषिकेश संदीप नेगी, साइबर सेल के उप निरीक्षक रविंद्र नेगी, एसओजी ग्रामीण प्रभारी उप निरीक्षक आदित्य सैनी सदस्य होंगे।
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