महाराष्ट्र में शुक्रवार को एक अप्रत्याशित घटना घटी। राज्य के सत्तारूढ़ दल के मंत्री और विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरहरी झिरवल ने मंत्रालय भवन की तीसरी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या की कोशिश की। हालाँकि, छत से कूदने के बाद वे सुरक्षा जाली में अटक गए, जिससे उनकी जान बच गई। झिरवल के इस क़दम के बाद कुछ और आदिवासी विधायक भी कूदे, लेकिन वे भी सुरक्षा जाली में फँस गए, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
नरहरी झिरवल, जो अजित पवार की पार्टी से जुड़े हैं, धनगर समाज को अनुसूचित जनजाति (ST) कोटे से आरक्षण देने का विरोध कर रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि इस घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई है।
https://twitter.com/ANI/status/1842107381737783540
प्रियंका चतुर्वेदी का तंज: ‘अगर नेता ऐसा करेंगे तो जनता का क्या होगा?’
इस घटना पर उद्धव गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर सरकार में शामिल लोग इस तरह की हरकतें करेंगे, तो आम जनता का क्या होगा। उन्होंने शिवसेना यूबीटी की तरफ से कहा कि सरकार मराठा और ओबीसी समुदाय को आपस में लड़ाकर अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेकने की कोशिश कर रही है, और यह घटना उसी का नतीजा है।
Leave a Reply