उत्तराखंड के चमोली में अमेरिका और ब्रिटेन की दो महिला ट्रेकर्स तीन दिनों से लापता हैं. ये महिला ट्रेकर्स 11 सितंबर को चौखंबा थ्री की चढ़ाई के लिए निकली थीं. लापता महिला ट्रेकर्स की ढूंढ खोज के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. आज सर्च ऑपरेशन की तीसरा दिन था. तीसरे दिन सर्च ऑपरेशन में महिला ट्रेकर्स के टेंट और स्लीपिंग बैग मिले हैं. चौखंबा पर्वत पर दो विदेशी महिला पर्वतारोहियों को ढूंढने के लिए रेस्क्यू अभियान जारी है. सेना के हेलिकॉप्टर से आज शनिवार को एसडीआरएफ के चार जवानों को चौखंबा बेस कैंप पर उतारा गया. यहां बेस कैंप में टीम को टेंट और स्लीपिंग बैग मिला है.
इससे पहले शुक्रवार को एयरफोर्स से हेलीकॉप्टर के जरिये लापता महिला ट्रेकर्स को खोजने की कोशिश की गई. जिसमें सफलता नहीं मिली थी. इसके बाद लापता महिला ट्रेकर्स को खोजने के लिए एसडीआरएफ की मदद ली गई है. एसडीआरएफ के जवान हेली के जरिये चौखंभा पर पहुंचे. जहां उन्हें चौखंबा बेस कैंप में उतारा गया. जहां उन्हें महिला ट्रेकर्स के टेंट और स्लीपिंग बैग मिले हैं. इसके अलावा महिला ट्रेकर्स का कुछ पता नहीं चल पाया है. कल फिर से सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा. बता दें 27 साल की ब्रिटिश नागरिक फायजाने और 23 साल की मिचेल थेरेसा 11 सितंबर को चौखंबा थ्री पर्वत की चढ़ाई के लिए निकली थीं. चौखंभा चौखंबा थ्री पर्वत की 6,854 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. दोनों को ही 18 अक्टूबर तक वापस आना था, मगर गुरुवार से ही महिला ट्रेकर्स से संपर्क नहीं हो रहा था.
इसके बाद दोनों महिलाओं ने पेजर की मदद से अपनी एबेंसी में संपर्क किया. एबेंसी ने उत्तराखंड शासन को इसकी सूचना दी. जिसके बाद चमोली जिला प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई. आनन फानन में जिला प्रशासन ने एयरफोर्स से ली. चार अक्टूबर को एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर से सर्च ऑपरेशन चलाया गया. जिसमें इन महिला ट्रेकर्स का पता नहीं चला. इसके बाद एसडीआरएफ को सर्च ऑपरेशन की जिम्मेदारी दी गई. लेकिन अब कड़ी मशक्कत के बाद दोनों पर्वतारोहियों को सुरक्षित निकाल दिया गया है.
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